COVISHIELD की खुराक के बीच अंतराल को बढ़ाया गया
भारत सरकार ने हाल ही में COVISHIELD वैक्सीन की दो खुराक के बीच के अंतरालको बढ़ाया है। इस अंतराल को 6 से 8 सप्ताह से बढ़ाकर 12 से 16 सप्ताह कर दिया गया है। तीन महीने में यह दूसरी बार है, जब COVISHIELD की खुराक के बीच के अंतराल को बढ़ाया गया है। मार्च 2021 में केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य सरकारों को इस अंतर को 28 दिनों से बढ़ाकर 6 से 8 सप्ताह करने के लिए कहा गया था।
अंतर क्यों बढ़ाया गया है?
COVID-19 वर्किंग ग्रुप ने यूके से वास्तविक जीवन के साक्ष्य के आधार पर अंतर को बढ़ाने की सिफारिश की है। इन सिफारिशों पर NEGVAC (National Expert Group on Vaccine Administration) द्वारा सहमति व्यक्त की गई थी। वर्तमान में, खुराक के बीच का अन्तराल 4 से 6 सप्ताह का है।
खुराक के बीच अंतर बढ़ने पर टीकों से सुरक्षा बढ़ जाती है। कनाडा में खुराक के बीच का अंतर तीन से चार महीने है।
लैंसेट के एक अध्ययन में कहा गया है कि खुराक के बीच के अंतर को 6 से 8 सप्ताह से बढ़ाकर बारह से सोलह सप्ताह करने पर COVID-19 के खिलाफ सुरक्षा (प्रभावकारिता) 55.1% से बढ़कर 81.3% हो गई।
दो खुराक क्यों?
पहली खुराक के बाद COVID-19 के प्रति प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इस प्रकार, उच्च स्तर तक प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए दूसरी खुराक आवश्यक है। COVID-19 रिकवर लोगों को छह महीने के बाद बूस्टर खुराक मिलनी चाहिए।
COVAXIN की खुराक के बीच के समय में अंतर नहीं बदला गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि COVAXIN पूरी तरह से एक अलग तरीके से विकसित हुआ था। यह एक निष्क्रिय टीका है जिसमें मृत कोविड-19 वायरस होता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को सिखाता है कि शरीर को वायरस से कैसे बचाया जाए। दूसरी ओर, COVISHIELD को एडीनो वायरस नामक एक वेक्टर का उपयोग करके विकसित किया गया था।
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