WHO ने भारत में पाए जाने वाले COVID-19 वेरिएंट का नामकरण किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ग्रीक वर्णमाला के चार अक्षरों पर, वैश्विक चिंता के उभरते कोरोनावायरस वेरिएंट को लेबल करने के लिए कई नामों की सिफारिश की है। इसने भारत में पाए जाने वाले B.1.617.2 वेरिएंट को ‘डेल्टा’ नाम दिया है। मुख्य बिंदु यूके में पाए गये वेरिएंट को ‘अल्फा’ नाम दिया गया है। मौजूदा

AmbiTAG- भारत का पहला स्वदेशी Temperature Data Logger

आईआईटी रोपड़ (IIT Ropar) ने “एंबीटैग” (AmbiTAG) विकसित किया है जो कोल्ड चेन प्रबंधन के लिए विकसित भारत का पहला स्वदेशी तापमान डेटा लॉगर (temperature data logger) है। AmbiTAG AmbiTAG को USB डिवाइस के आकार का बनाया गया है। यह लगातार अपने आसपास के तापमान को रिकॉर्ड करता है। यह बाजार में उपलब्ध अन्य उपकरणों के विपरीत

मुंबई बेस्ड स्टार्ट-अप इंद्र वाटर ने “वज्र कवच कीटाणुशोधन प्रणाली” विकसित की

मुंबई बेस्डस्टार्ट-अप, इंद्र वाटर (Indra water) ने “वज्र कवच कीटाणुशोधन प्रणाली” (Vajra Kavach Disinfection System) विकसित की है जो फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले उपकरणों से वायरल कणों को दूर करती है। कीटाणुशोधन प्रणाली के बारे में यह कीटाणुशोधन प्रणाली व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, कोट, दस्ताने, N95 मास्क और गाउन से SARS-Cov-2 वायरस

क्या कोरोना के लिए दो अलग-अलग टीके लगाये जा सकते हैं?

टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (National Technical Advisory Group on Immunization – NTAGI) के तहत कोविड-19 कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ. एन.के. अरोड़ा (Dr. N.K. Arora) के अनुसार, भारत जल्द ही कोविड टीकों की दो अलग-अलग खुराक के मिश्रण की व्यवहार्यता (feasibility) के लिए परीक्षण शुरू कर सकता है कि यह वायरस के खिलाफ

क्यूरियोसिटी (Curiosity) रोवर ने मंगल ग्रह पर रंगीन बादल के चित्र कैप्चर किये

नासा (NASA) द्वारा विकसित क्यूरियोसिटी रोवर (Curiosity Rover) ने मंगल ग्रह पर “चमकते बादलों” की छवियों को कैप्चर किया है। इससे वैज्ञानिकों को मार्स के बारे में और जानने में मदद मिलेगी। मुख्य बिंदु शोधकर्ता अब इन बादलों का अध्ययन कर रहे हैं। नासा के अनुसार, लाल ग्रह के पतले और शुष्क वातावरण में “बादल वाले