मेघालय में सॉरोपोड्स की 100 मिलियन वर्ष पुरानी हड्डियों की खोज की गयी

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (Geological Survey of India) के शोधकर्ताओं ने हाल ही में सॉरोपोड डायनासोर (Sauropod dinosaurs) के जीवाश्म हड्डी के टुकड़े पाए। वे 100 मिलियन वर्ष के थे। ये डायनासोर की हड्डियाँ मेघालय जिले के पश्चिम खासी पहाड़ियों (West Khasi Hills) में पाई गई थीं। यह इस क्षेत्र में सॉरोपोड की खोज की पहली

कोरोनावायरस का N प्रोटीन और संचरण (transmission) में इसकी भूमिका

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (Indian Institute of Science Education and Research) के शोधकर्ताओं ने हाल ही में बताया कि स्पाइक प्रोटीन के अलावा, COVID -19 वायरस में अन्य प्रोटीन जैसे कि न्यूक्लियोकैस्पिड प्रोटीन (Nucleocaspid protein) या एन प्रोटीन (N protein) भी वायरस के संचरण (या संक्रामकता) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस

यूरेनियम-214 : यूरेनियम का सबसे हल्का रूप

वैज्ञानिकों ने हाल ही में यूरेनियम का सबसे हल्का रूप बनाया है। इसे यूरेनियम -214 (Uranium-214) कहा जाता है। इस खोज से एक अल्फा कण (alpha particle) के बारे में अधिक जानकारी का पता चलता है। अल्फा कण वे कण होते हैं जो रेडियोधर्मी तत्वों से अलग हो जाते हैं जैसे उनका क्षय (decay) होता है। यूरेनियम -214

इन्जेन्यूटी (Ingenuity) : मार्स हेलीकॉप्टर मिशन का कार्यकाल बढ़ाएगा नासा

नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने हाल ही में मार्स हेलीकॉप्टर मिशन का कार्यकाल बढ़ाने कि घोषणा की। मंगल ग्रह पर भेजे गये नासा के हेलिकॉप्टर का नाम इन्जेन्यूटी (Ingenuity) है। इस हेलिकॉप्टर ने अपनी पहली तीन उड़ानों को सही तरीके से क्रियान्वित किया। इसके बाद इस हेलिकॉप्टर मिशन के कार्यकाल को बढ़ाने का

WHO ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मॉडर्ना COVID-19 वैक्सीन को मंजूरी दी

हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने मॉडर्ना के COVID-19 वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए मंज़ूरी दे दी है। Moderna अमेरिका की मॉडर्ना बायोटेक फर्म  ने मैसेंजर RNA या mRNA का उपयोग करके COVID-19 वैक्सीन विकसित किया गया है। आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (Emergency Use Authorisation) वर्तमान में, भारत बायोटेक के COVAXIN,