नासा HERMES मिशन क्या है?

27 जनवरी, 2022 को नासा के HERMES मिशन ने एक महत्वपूर्ण मिशन समीक्षा पारित की। मुख्य बिंदु  HERMES मिशन एक 4-इंस्ट्रूमेंट सूट है, जिसे नासा के मून-ऑर्बिटिंग गेटवे के बाहर लगाया जाएगा। समीक्षा के दौरान नवंबर 2024 तक लॉन्च  के लिए, मिशन के प्रारंभिक डिजाइन और कार्यक्रम योजना का मूल्यांकन किया गया। HERMES मिशन HERMES

नासा ने मंगल ग्रह पर प्राचीन काल में पानी की उपस्थिति की खोज की

मार्स रेकांसेंस ऑर्बिटर (Mars Reconnaissance Orbiter) ने खोज की है कि मंगल पर दो अरब साल पहले पानी था। लेकिन आज ग्रह का सारा पानी वाष्पित हो चुका है। इसकी पुष्टि MRO ने ग्रह की सतह पर जमा नमक की मदद से की। मुख्य बिंदु  MRO ने पाया कि कुछ समय तक मंगल ग्रह पर

नासा का ओशन मेल्टिंग ग्रीनलैंड मिशन (Ocean Melting Greenland Mission) क्या है?

ग्रीनलैंड में समुद्र का पानी ग्लेशियरों को उतना ही पिघला रहा है जितना ऊपर से गर्म हवा उन्हें पिघला रही है। ओशन मेल्टिंग ग्रीनलैंड मिशन (Ocean Melting Greenland Mission), जिसे आमतौर पर OMG मिशन के रूप में जाना जाता है, नासा द्वारा लॉन्च किया गया था। यह पांच साल का मिशन था। यह 31 दिसंबर, 2021 को

अब चेस्ट X-Ray से लगाया जा सकेगा कोविड का पता, IIT जोधपुर ने विकसित की तकनीक

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर (IIT-J) के शोधकर्ताओं द्वारा हाल ही में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित छाती एक्स-रे तकनीक विकसित की गई थी। इस चेस्ट एक्स-रे तकनीक का इस्तेमाल कोविड-19 की स्क्रीनिंग के लिए किया जाएगा। मुख्य बिंदु शोधकर्ताओं की टीम ने COMiT-Net नामक एक गहन शिक्षण-आधारित एल्गोरिथम प्रस्तावित किया है। यह एल्गोरिथम गैर-कोविड प्रभावित

2022 में ही लांच किया जायेगा इसरो का आदित्य-एल 1 मिशन (Aditya-L1 Mission)

इसरो द्वारा वर्ष 2022 में सूर्य का अध्ययन करने के लिए “आदित्य-L 1 मिशन” लॉन्च करने की संभावना है। मुख्य बिंदु आदित्य-L1 मिशन को L1 लैग्रेंज प्वाइंट (L1 Lagrange point) में स्थापित किया जाएगा। यह मिशन एस्ट्रोसैट (AstroSat) के बाद इसरो का दूसरा अंतरिक्ष आधारित खगोल विज्ञान मिशन होगा। एस्ट्रोसैट को 2015 में लॉन्च किया