RBI Current Affairs

एशियाई विकास आउटलुक जारी किया गया, जानिए भारतीय अर्थव्यवस्था में बारे में क्या अनुमान लगाये गये हैं?

एशियाई विकास बैंक ने हाल ही में एशियन डेवलपमेंट आउटलुक जारी किया है। इस आउटलुक में एशियाई विकास बैंक ने अनुमान लगाया कि भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2020-21 में 8% तक संकुचित होगी। इससे पहले बैंक द्वारा अनुमान लगाया गया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था 9% संकुचित होगी। यह बैंक द्वारा भारत का जीडीपी पूर्वानुमान है। वृद्धि का अनुमान 8%

तरलता समायोजन सुविधा (Liquidity Adjustment Facility) क्या है?

हाल ही में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने तरलता प्रबंधन को और अधिक कुशल बनाने के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRB) के लिए तरलता समायोजन सुविधा (LAF) का विस्तार करने का निर्णय लिया है। बैंकिंग क्षेत्र सुधारों पर नरसिम्हम समिति की सिफारिशों के आधार पर 1998 में RBI में LAF की शुरुआत की गई थी। तरलता समायोजन

बीएसई सेंसेक्स ने पहली बार 45,000 का आंकड़ा छुआ

4 दिसंबर, 2020 को पहली बार सेंसेक्स ने 45000 का आंकड़ा छुआ। गौरतलब है मार्च में देशभर में लॉकडाउन लगने के बार देश की आर्थिक गतिविधियाँ रुक गयी थी, उस दौरान सेंसेक्स में भारी गिरावट दर्ज की गयी थी। उसके बाद जब लॉकडाउन चरणबद्ध तरीके से हटता गया तो आर्थिक गतिविधियों में भी तेज़ी आना

आरबीआई ने रेपो रेट को 4% पर अपरिवर्तित रखा

आरबीआई ने रेपो रेट (अल्पकालिक उधार दर) को 4% पर अपरिवर्तित रखा है। यह निर्णय आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की  बैठक के दौरान लिया गया। जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर अपरिवर्तित रखा गया है। रेपो दर रेपो दर, वह दर है जिस पर आरबीआई छोटी समयावधि के लिए बैंकों को ऋण देता है।

आरबीआई ने कांटेक्ट-लेस ट्रांजेक्शन की सीमा को बढ़ाकर 5000 रुपये किया

4 दिसम्बर, 2020 को भारतीय रिज़र्व बैंक की बैठक आयोजित की गयी, इस बैठक के दौरान देश में आरबीआई ने कांटेक्ट-लेस ट्रांजेक्शन की सीमा को बढ़ाकर 5000 रुपये किया। पहले यह सीमा 2000 रुपये थी। यह बढ़ी हुई सीमा 1 जनवरी, 2021 से लागू होगी। कांटेक्ट-लेस ट्रांजेक्शन क्या है? कांटेक्ट-लेस ट्रांजेक्शन भुगतान करने की एक