IEA ने 2021 Renewable Energy Market Update जारी की
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (International Energy Agency) ने हाल ही में “2021 Renewable Energy Market Update” जारी की। एजेंसी ने सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा के वैश्विक विकास के लिए अपने पूर्वानुमान को 25% तक बढ़ा दिया है।
यह रिपोर्ट बताती है कि 2020 में 280 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा स्थापित की गई थी। 2019 की तुलना में यह 45% की वृद्धि है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- 2020 में हुई 45% वृद्धि पिछले तीन दशकों में सबसे अधिक है।
- पवन ऊर्जा में 90% और सौर ऊर्जा (फोटो वोल्टेक) में 50% की वृद्धि हुई।
- 2020 में जैव ईंधन की मांग कम हो गई।साल दर साल उत्पादन में इसमें 8% की कमी आई।
रिपोर्ट के पूर्वानुमान
- IEA ने भविष्यवाणी की है कि पवन ऊर्जा का विकास 2021 में धीमा होगा। हालांकि, यह 2017-19 की तुलना में अधिक रहेगा।
- फोटो वोल्टेक की वृद्धि जारी है क्योंकि चीन और अमेरिका अपने जलवायु लक्ष्यों को अपडेट करने के लिए आगे आए हैं।
- जैव ईंधन की मांग 2021 में 2019 के स्तर तक पहुंचने की है। 2022 में यह 7% की दर से बढ़ेगी।
चीन पर रिपोर्ट
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन में अक्षय ऊर्जा में 45% तक वृद्धि होगी है। यह150 GW से 230 GW तक बढ़ेगी। हालाँकि, यह नया पूर्वानुमान 2020 में की गई भविष्यवाणी से कम है।
अमेरिका पर रिपोर्ट
अमेरिका में नवीकरणीय ऊर्जा के पूर्वानुमान में 20% की वृद्धि हुई है। हालांकि, इसमें बाईडेन के नए उत्सर्जन लक्ष्य शामिल नहीं थे।
भारत पर रिपोर्ट
भारत में सौर उर्जा की मात्रा बढ़ी। हालाँकि, देश में चल रहे COVID-19 ने अल्पकालिक अनिश्चितता पैदा कर दी है।
भारत और चीन में रिकॉर्ड तोड़ते अक्षय ऊर्जा स्तर
भारत और चीन ने रिकॉर्ड तोड़ प्रतिस्पर्धी नीलामी की है। औसतन, देशों ने 55 GW की नई अक्षय ऊर्जा हासिल की। पवन ऊर्जा की औसत कीमत 60 अमेरिकी डॉलर प्रति मेगा वाट प्रति घंटा और सौर ऊर्जा की कीमत 47 डॉलर प्रति मेगा वाट प्रति घंटा थी।
औसतन, भारत और चीन की कॉरपोरेट कंपनियों ने 2020 में 25 GW के लिए “पावर परचेज अग्रीमेंट” पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में 25% की वृद्धि है।
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