KVIC ने खादी हस्तनिर्मित कागज की चप्पल लॉन्च की

KVIC का अर्थ खादी और ग्रामोद्योग आयोग है। यह MSME मंत्रालय के तहत काम करता है। इसने हाल ही में हैंड मेड यूज एंड थ्रो पेपर स्लिपर्स और खादी बेबी वियर स्लिपर्स भी लॉन्च किए हैं।

खादी बेबी वियर (Khadi Baby Wear)

KVIC ने पहली बार बेबी वियर प्रोडक्ट पेश किया है। खादी बेबी वियर को दो साल तक के बच्चे इस्तेमाल कर सकते हैं। यह हाथ से बुनी खादी कपास से बनता है। यह कपास सर्वोच्च गुणवत्ता का होता है। यह त्वचा के अनुकूल और सांस लेने योग्य (breathable) है। चूंकि यह प्राकृतिक रेशों का उपयोग करके बनाया जाता है, इसलिए यह पर्यावरण के अनुकूल है। बच्चे के कपड़े तैयार करने में किसी हानिकारक रंग या रासायनिक उपचार का उपयोग नहीं किया जाता है।

यूज़ एंड थ्रो कागज की चप्पल (Use and Throw Paper Slippers)

इस उत्पाद को हस्तनिर्मित कागज उद्योग का समर्थन करने के लिए लॉन्च किया गया है। इस लॉन्च से देश में पारंपरिक कला को मजबूती मिलेगी। इससे कारीगरों को रोजगार मिलेगा। यह चप्पल मोटे और मुलायम पेपर बोर्ड से बने होते हैं। ये बोर्ड हस्तनिर्मित हैं। यह एक नया उत्पाद है। और इसलिए, उपभोक्ताओं द्वारा इसका स्वागत किए जाने की उम्मीद है।

पेपर चप्पल की विशेषताएं

इन चप्पलों को पहली बार विकसित किया गया है। वे 100% पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी हैं। वे घरों, अस्पतालों, होटलों, प्रयोगशालाओं में उपयोग के लिए सबसे उपयुक्त हैं। वे दो प्रकार में उपलब्ध हैं। वे स्लिप-ऑन और फ्लिप फ्लॉप हैं।

 

उत्पादों की निर्माण इकाइयाँ

मकर संक्रांति पर काशी विश्वनाथ मंदिर के पास कागज की चप्पल बनाने की इकाई स्थापित की जाएगी। यह मंदिर में प्रवेश करने वाले भक्तों के लिए है। इस चप्पल की कीमत 50 रुपये है। कागज की चप्पल का विचार पीएम मोदी के मंदिर जाने के बाद आया। जब पीएम ने मंदिर का दौरा किया, तो उन्हें पता चला कि लोग मंदिर में नंगे पैर काम करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि मंदिर परिसर में रबर और चमड़े के उत्पादों की मनाही है।

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