चालुक्य काल की मूर्तिकला
चालुक्य मूर्तियां प्राचीन भारत में कला और वास्तुकला के पूरी तरह से अलग स्कूल के रूप में विकसित हुईं। चालुक्य मूर्तियों की सबसे स्थायी विरासत इसकी वास्तुकला और मूर्तिकला है। मुख्य रूप से चालुक्य मूर्तियों को बादामी चालुक्य मूर्तिकला, पश्चिमी चालुक्य (कल्याणी) मूर्तिकला और वेंगी मूर्तिकला में वर्गीकृत किया जा सकता है। इन्हें भारत के