ओडिशा ने एकीकृत आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 को मंजूरी दी
हाल ही में ओडिशा सरकार ने संकटग्रस्त लोगों को आपातकालीन सहायता प्रदान करने के लिए एकीकृत आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 को मंजूरी दी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस सेवा को लांच किया। इस हेल्पलाइन नंबर से पुलिस लोगों को कुशल तरीके से सेवाएं मुहैया करा सकेगी।
112
28 नवम्बर, 2018 को हिमाचल प्रदेश के मंडी नगर में 112 एकल आपातकालीन नंबर लांच किया गया था। बाद में इसे अन्य राज्यों में भी लांच किया गया। इस फ़ोन नंबर को आपातकालीन प्रतिक्रिया समर्थन प्रणाली (ERSS) के तहत लांच किया गया था। अब इस नंबर को आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात, पुदुचेरी, लक्षद्वीप, अंदमान, दादर व नगर हवेली, दमन व दिउ तथा जम्मू-कश्मीर में लांच किया जा चुका है।
आपातकालीन प्रतिक्रिया समर्थन प्रणाली (ERSS)
इस फ़ोन नंबर पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सहायता प्राप्त की जा सकती है। 112 नंबर में पुलिस (100), आगजनी (101), स्वास्थ्य (108) तथा महिला सुरक्षा (1090) इत्यादि आपातकालीन सेवाओं को एकीकृत किया है। 112 आपातकालीन फ़ोन नंबर अमेरिका के आपातकालीन नंबर 911 की तर्ज़ पर शुरू किया गया है।
आपातकालीन प्रतिक्रिया समर्थन प्रणाली (ERSS) का उपयोग कैसे करें?
आपातकालीन प्रतिक्रिया समर्थन प्रणाली (ERSS) का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है।
- उपभोक्ता 112 नंबर को फ़ोन से डायल करके ERSS से सहायता प्राप्त कर सकता है।
- स्मार्टफ़ोन के पॉवर बटन को लगातार तीन बार दबाने से ERSS को पैनिक कॉल चली जायेगी।
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