कोविड-19 वैक्सीन के रोलआउट के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 जनवरी को  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। इस दौरान COVID-19 स्थिति और टीकाकरण रोलआउट पर चर्चा की जाएगी।

मुख्य बिंदु

ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने दो टीकों कोविशिल्ड और कोवाक्सिन को आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए मंज़ूरी दी है। टीकाकरण के लिए सभी राज्यों में व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। अब तक विभिन्न राज्यों में 61,000 से अधिक कार्यक्रम प्रबंधक, 2 लाख वैक्सीनेटर और 3.7 लाख अन्य टीकाकरण टीम के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।  गौरतलब है कि हाल ही में भारत में कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियों के लिए ‘ड्राई रन’ का आयोजन भी किया गया था।

कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्राथमिकता

  • यह वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्य सेवा श्रमिकों, 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों और फ्रंटलाइन श्रमिकों को दिया जायेगा।
  • अगला फोकस 50 साल से कम उम्र के लोगों और रोग से पीड़ित लोगों पर किया जायेगा।
  • शेष आबादी को टीका उपलब्धता के आधार पर टीका प्राप्त होगा।

डिजिटल प्लेटफॉर्म

  • COVID-19 वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क का उपयोग टीकाकरण के लिए असूचीबद्ध लाभार्थियों को ट्रैक करने के लिए किया जायेगा।
  • टीकाकरण स्थल पर केवल पूर्व पंजीकृत लाभार्थियों को ही टीका लगाया जायेगा ।

 टीकाकरण सत्र

  • एक सत्र में केवल सौ लाभार्थियों को टीका लगाया जायेया।
  • राज्य और केंद्र शासित प्रदेश टीकाकरण के लिए विशिष्ट दिनों की पहचान कर सकते हैं।

टीकाकरण टीम

टीकाकरण टीम में 5 सदस्य शामिल होंगे। इसमें डॉक्टर, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स या इंजेक्शन देने के लिए कानूनी रूप से अधिकृत कोई व्यक्ति  होगा। टीकाकरण अधिकारी 1 वह व्यक्ति होगा जो लाभार्थी के पंजीकरण की स्थिति की जाँच करेगा। यह पुलिस, नागरिक सुरक्षा, एनएसएस, एनसीसी, होम गार्ड से एक व्यक्ति होगा। टीकाकरण अधिकारी 2 वह व्यक्ति होगा जो पहचान दस्तावेजों को प्रमाणित करेगा। टीकाकरण अधिकारी 3 और 4 सहायक कर्मचारी हैं जो भीड़ प्रबंधन के लिए जिम्मेदार हैं।

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