Indian National Young Academy of Sciences ने COVID-19 टीकाकरण जागरूकता अभियान लांच किया

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने हाल ही में “COVID-19 टीकाकरण जागरूकता अभियान” (COVID-19 Vaccination Awareness Campaign) नामक देशव्यापी जन जागरूकता अभियान लांच किया है। यह अभियान COVID-19 टीकाकरण के बारे में मिथकों को तोड़ देगा। इसे प्राप्त करने के लिए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने हिंदी और अंग्रेजी सहित 11 भाषाओं में सूचना पैकेज लॉन्च किए। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाना है।

अभियान के बारे में

  • यह अभियान इंडियन नेशनल यंग एकेडमी ऑफ साइंस (Indian National Young Academy of Science) द्वारा संचालित किया जायेगा।
  • अभियान मोबाइल एप्लीकेशन COVACNEWS का उपयोग करके आयोजित किया जायेगा। COVID-19 की जानकारी लोगों तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए यह एप्लीकेशन INYAS द्वारा बनाया गया है। इसके अलावा, इसका उद्देश्य COVID-19 के बारे में गलत धारणाओं को दूर करना है।

INYAS (Young Scientists Programmes in India)

  • INYAS भारत की एकमात्र मान्यता प्राप्त युवा वैज्ञानिक अकादमी है।
  • INYAS देश की पहली युवा वैज्ञानिक अकादमी भी है।
  • इसकी स्थापना 2014 में हुई थी।
  • INYAS की स्थापना 2014 में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी परिषद (Indian National Science Academy Council) द्वारा की गई थी।
  • INYAS का मुख्य उद्देश्य देश में युवा वैज्ञानिकों के बीच विज्ञान शिक्षा और नेटवर्किंग को बढ़ावा देना है।

भारत में युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम

भारत सरकार ने हाल ही में देश में युवा अभिनव प्रतिभाओं के लिए कई पहलें शुरू की है।

  • जीवन की प्रारंभिक अवस्था में छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा को विकसित करने और अभिनव कौशल बढ़ाने के लिए अटल इनोवेटिव मिशन (Atal Innovative Mission) के तहत अटल टिंकरिंग लैब्स (Atal Tinkering Labs) को लॉन्च किया गया था।
  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) ने युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम (Young Scientist Programme) शुरू किया था। इसकार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवा प्रतिभाओं में अंतरिक्ष अनुसंधान के बारे में जुनून पैदा करना है।
  • रक्षा अनुसंधान विकास संगठन ने पांच युवा वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं का शुभारंभ किया है।वे मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में हैं। ये प्रयोगशालाएँ उन प्रौद्योगिकियों पर काम करेंगी जो क्वांटम प्रौद्योगिकियों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, असममित प्रौद्योगिकियों और स्मार्ट सामग्री जैसे भविष्य रक्षा प्रणालियों के विकास में महत्व रखती हैं।

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