क्रिसिल (CRISIL) ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का अनुमान 11% से घटाकर 9.5% किया
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) ने वित्त वर्ष 2021-2022 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के विकास के अनुमान को 11% से घटाकर 9.5% कर दिया है।
मुख्य बिंदु
- इससे स्पष्ट होता है कि दूसरी कोविड -19 लहर ने निजी खपत और निवेश को प्रभावित किया है। इसने स्वतंत्रता के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था को सबसे गंभीर संकुचन में डाल दिया है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- क्रिसिल के अनुसार दूसरी कोविड -19 लहर ने राज्यों को लॉकडाउन करने के लिए मजबूर किया, जिससे 2021 में उपभोक्ता और व्यावसायिक विश्वास फिर से प्रभावित हुआ है।
- इस रिपोर्ट में तीसरी लहर और टीकाकरण के बारे में बताया गया है और इस पर प्रकाश डाला गया है; राज्य पूरी तरह से अनलॉक करने से हिचकिचाएंगे।यह बदले में अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है।
- इसके अनुसार, कोविड -19 प्रतिबंध जारी रहेगा और अगस्त 2021 तक किसी न किसी रूप में गतिशीलता प्रभावित होगी।
- इस रिपोर्ट ने आर्थिक सुधार में टीकाकरण के महत्व पर प्रकाश डाला है।
- विकास पर अन्य रिपोर्ट्स
चिकित्सा वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया; भारत तीसरी कोविड-19 लहर की चपेट में आ सकता है, जिसमें विकास के लिए महत्वपूर्ण नकारात्मक जोखिम है। इसने सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर लगभग 8% रहने का अनुमान लगाया है। इसी तरह, भारतीय रिजर्व बैंक ने 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद के अनुमान को 10.5% से घटाकर 9.5% कर दिया है।
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